लखीसराय जिले के किउल और लखीसराय नदी के किनारे बसे महादलित परिवार बडी संख्या में कल देगें घरना और कार्यालय का घेराव बड़ी संख्या में निकालेगें जुलुस।
लखीसराय: महादलित परिवार के द्वारा कल दोपहर को मुख्य बाजार पथला घाट से हजारो की संख्या में बडी जुलुस निकाल कर जिला अधिकारी कार्यालय के पास पहॅुचकर धरना देगे फिर जिला अधिकारी कार्यालय का घेराव करेगे। जानकारी के मुताबिक पथला घाट पर सैकड़ा से अधिक बसे झुर्गी झोपड़ी में रहने वाले करीबन तीन सौ से अधिक महादलित परिवार बीते दिनों हुए वर्षा, ऑंधी एवं बाढ़ से परिवार संकट में आने से पूर्व और इसके अनुमान से ही महादलित परिवार सरकारी योजना आवास व जमीन मुहैया कराने की मांग और जीवन सुरक्षित की मांग करेगें। साथ ही हाल में बिहार सरकार के द्वारा सरकारी आदेशो को धरातल पर उतारते हुए हर अनुसूचित जनजाति एवं जनजाति के विकास कार्य को पुरा करने की भी मांग करेगे।

आपको बता दे कि पिछले एक दशक से महादलित परिवार लखीसराय रेलवे स्टेशन से सटे रेलवे क्वाटर के समीप खुले मैदान में बस रहे थे जहां झुर्गी और झोपड़ी बनाकर एक छावनी देकर अपना जीवन यापन कर रहे थे रेलवे के द्वारा उन झुर्गी झोपड़ी को हटाते हुए अतिक्रमण मुक्त कर दिया था जिसके बाद महादलितो के परिवारो के द्वारा हजारो की संख्या मे पुरा दिन भर मुख्य सड़क को जामकर आश्रय भवन की मांग करने लगे लेकिन लखीसराय अंचल अधिकारी संजय कुमार पंडित और लोकल कबैया थाना अध्यक्ष वैभव कुमार के द्वारा तत्कालिन पूर्णः किउल और लखीसराय नदी के किनारे बसा दिया गया था। लेकिन दो दिन पूर्व आए आंधी और तुफान में इन लोगों का अशियाना उड गया और अब इन लोगों को आगामी बरसात से पूर्व बाढ़ का डर सताने लगा जिसके कारण कल दोपहर लखीसराय जिला अधिकारी मिथिलेश मिश्र कार्यालय के समीप कुछ घंटो के लिए धरना देगें फिर जिला अधिकारी कार्यालय का घेराव करेगे। इसको लेकर हजारो की संख्या में महादलितो परिवार बच्चे बुढ़े नौजवान और बुर्जुग जिला अधिकारी को एक ज्ञापन सौपेगें इस बात को लेकर ईटीवी ने महादलितो की बस्ती जाकर खास बातचीत किया । जिसकी तस्वीर और बिडियों साफ है।





































