लखीसराय पुरानी बाजार संगम कैम्पस एक निजी होटल में लखीसराय विकसित पर्यटक स्थल घोषित और इतिहासिक धरोहर की पहचान को लेकर तीन दिवसीय टूरिस्ट सेमिनार कार्यक्रम आयोजित किया गया है जिसकी अध्यक्षता लेखककार अशोक कुमार सिंह ने कि जबकि कार्यक्रम की शुरूआत सिक्किम से आए हुए टूरिस्ट अतिथि सोनम वेनगमों और जिला अधिकारी मिथिलेश मिश्र के द्वारा भगवान गोतम बुद्व के चलचित्र पर पुष्प चढ़ाकर कार्यक्रम का शुभांरभ किया गया। इस मौके पर आए हुए आगंतु को चादर भेंट कर सम्मानित किया गया है।

बाईट. जिला अधिकारी लखीसराय मिथिलेश कुमार मिश्र ने बताया कि आज जिला प्रशासन के द्वारा एक बड़ी पहल की शुरूआत की गई है जैसा मुझे लोगों ने बताया कि लखीसराय एक बुद्वााधार्मिक इतिहासिक स्थल रहा है
जहां कि प्राचीन सभ्यता का एक शेष है। पिछले 6 महीने से हमारे कार्यकाल में कई जगहो पर बुद्वााधार्मिक मुर्तिया का शेष मिलला है। जिससे स्पष्ट होता है लखीसराय एक इतिहासिक स्थल है जहां टूरिज्म बढ़ावा देते हुए टुरिज्म को बुलाया जा सकता है इसको लेकर तीन दिनों तक चलने वाले एक कार्यक्रम रखा गया है जहां कि टुयूरिस्ट पर्यटक आ जा सके इस पर चर्चा परिचर्चा का कार्य रखा गया है और बेहतर बनाने के लिए जिला प्रशासन का पहल किया जा रहा है जहां कि टुरिज्म का स्थल बन सके आज के कार्यक्रम में सिक्किम, भुटान, नालांदा, बिहार, बोद्यगया और और अन्य जगहों से टयूरिज्म के लोग आये है।जो कि संगम बैकेट हॉल में तीन दिवसीय टुयूरिस्ट सेमिनार कार्यक्रम रखा गया है।
वही दूसरी और टुरिज्म शैलजा ने बताया कि लखीसराय के डीएम के अनुरोध पर टुरिज्म विभाग के पहल पर आज कलकता, सिक्किम, भुटान, सिलीगुडडी, पटना, बौधगया, नांलदा और अन्य जगहों से लोग एकत्रित होकर आए है लखीसराय एक बौधधर्म का स्थल है जिसे जानने और पहचानने को लेकर लखीसराय के डीएम को धन्यवाद करते है।
वही दूसरी ओर संचालक कर्ता अशोक कुमार सिंह ने कहा कि लखीसराय बौद्वधर्म का स्थल रहा है जहां लाल पहाड़ी,श्रृर्गि रिसी धाम, म्यूजियम एंव अन्य इतिहासिक धरोहर मिली है इस लखीसराय को पर्यटक स्थल बनाने और प्रचार को लेकर कई जगहो से टुरिज्म को बुलाया गया है ।





































